1.स्मार्ट फोन
स्मार्ट फोन पर आप दोस्तों से घंटों बात करते हैं, फेसबुक और व्हॉट्सऐप के जरिये दिन-रात उनसे जुड़े रहते हैं, जोक्स और वीडियोज शेयर करते हैं। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि यह पढ़ाई में भी आपका सहायक सिद्ध हो सकता है
काउंसलर्स के पास अक्सर इस तरह के फोन, ईमेल और पत्र आते हैं, जिनमें गांवों-कस्बों तथा छोटे शहरों के विद्यार्थी संसाधनों और मार्गदर्शन को लेकर अपनी व्यथा साझा करते हुए उपाय बताने का अनुरोध करते हैं। आम तौर पर इन इलाकों में रहकर स्वतः प्रेरणा और हौसले से मुश्किल डगर पर चलते हुए कामयाबी की तरफ बढ़ने की कोशिश में लगे तमाम युवा कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि से होते हैं।
अपने जैसी पृष्ठभूमि से निकलकर कामयाबी का परचम फहराने वाले युवाओं से प्रेरित होकर वे भी बड़े लक्ष्य को पाने का सपना तो देख लेते हैं लेकिन फिर उन्हें यह समझ में नहीं आता कि उस लक्ष्य की ओर वे बढ़ें कैसे। सोच और चिंता के भंवर से निकलने का जितना भी प्रयास वे करते हैं, उसमें उतना ही और उलझते चले जाते हैं। ऐसे में उनमें हताशा घर करने लगती है।
2.कंसंट्रेशन पॉवर बढ़ाएं
स्टूडेंट्स के लिए 'कंसंट्रेशन पॉवर' एक रामबाण है । जिस स्टूडेंट का इसपर अधिकार हो जाता है उसे सफलता (Success) पाने से कोई नहीं रोक सकता ।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड विनर मेमोरी गुरु बिस्वरूप रॉय चौधरी Concentration को सफलता के लिए सबसे बड़ा हथियार मानते हैं । वह कहते हैं - अपना ध्यान पूरी तरीके से एक ही काम पर लगाएं, जब तक काम पूरा न हों तब तक दूसरे अन्य काम को भूल जाएँ, एक ही समय में बहुत सारे कार्य करने की कोशिश से सभी कार्य अधूरे रह जाते हैं।
बिस्वरूप रॉय चौधरी का स्टूडेंट्स के लिए यह सलाह बिल्कुल सही है, आपको याद रखना चाहिए कि आपका कंसंट्रेशन पॉवर तभी मजबूत हो सकता है जब आप अपने मन पर कंट्रोल कर लेते हैं । इसलिए जरूरी है कि आप अपने मन पर कंट्रोल करें और ध्यान के साथ-साथ मन और तन को मजबूत करने के लिए अपनी संस्कृति की सबसे प्राचीन विद्या योग का सहारा लें ।
3.स्टडी लैम्प
वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चों की स्टडी टेबल पर एक स्टडी लैम्प जरूर लगायें. इससे बच्चों का मन एकाग्र होगा और उसके मन में नए – नए विचार आयेंगे.
4.स्टडी टेबल
बच्चो की स्टडी टेबल को हमेशा खिड़की के सामने रखें. जिससे उस पर सूर्य का प्रकाश पड सके. इसके साथ ही बच्चों की स्टडी टेबल को पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में रखें तथा उस पर यदि खेलने का समान हो तो उसे हटा दें. टेबल को हमेशा साफ रखें. उस पर किताबों को फैला कर न रखें. इससे बच्चा पढाई में अधिक ध्यान केन्द्रित कर पायेगा.
5.सोए दिमाग को जगाएं, दिमाग को सोने न दें
सोए दिमाग को जगाएं, दिमाग को सोने न दें: हम कई बार सोचते हुए खुद से कह उठते हैं कि ये फालतू की बात है इस बारे में न सोचें। और दिमाग को आराम देकर पूरी तरह ढीले पड़ जाते हैं। इस आदत से बाहर निकलिए, क्योंकि दिमाग को अगर काम पर नहीं लगाएंगे, तो उसके कुंद पड़ने की खासी संभावनाएं हैं।
6.शौचालय
बच्चों की पढाई का कमरा शौचालय के नीचे न बनवाएं. इसके साथ ही कमरे में शीशे को ऐसे स्थान पर न लगायें जहाँ से किताबों के ऊपर शीशे की छाया पड़ें. इससे बच्चे के ऊपर पढाई का दबाव बनता हैं.
7.वास्तविक जीवन में सामाजिक बनें
सिर्फ सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए सामाजिक नहीं बना जा सकता। हकीकत ये है कि सोशल साइट्स भी तनाव पैदा करने लगे हैं। ऐसे में लोगों से मिलना जुलना आपके दिमाग को ताजगी देगा।
8.लगातार व्यायाम करें
व्यायाम करना न छोंड़े। इससे शारीरिक फायदा तो है ही, मानसिक फायदे भी बहुत हैं। डिप्रेशन जैसी चीजों से व्यायाम दूर रखता है।
9.एक अन्तराल पर मन और दिमाग को आराम दें
लगातार पढ़ते रहना भी अच्छा नहीं है । पढ़ाई के दौरान बीच-बीच में कुछ समय के लिए ब्रेक भी लेते रहना चाहिए, साथ ही किसी एक विषय को भी लम्बे समय तक पढ़ते रहने से मन ऊब सकता है ।
इसलिए सभी विषयों के लिए एक समय निश्चित कर लें और कोशिश करें कि एक दिन में सभी विषय को थोड़ा-थोड़ा समय दें । फिर लगभग एक-एक घंटे पर मन और दिमाग को आराम दें और अन्य कामों में अपना मन लगाएं या फिर संगीत सुनकर या मनोरंजन के अन्य साधनों का उपयोग कर अपने मन को ताजगी प्रदान करें ।
इससे आपका मन हमेशा तरोताजा बना रहेगा और आप जो भी याद करेंगे वह आप लम्बे समय तक याद रख सकेंगे ।
10.रात में कम से कम 8 घंटे की नींद लें
रात में कम से कम 8 घंटे की नींद लें: नींद हमारे लिए बहुत आवश्यक है। समय से तय समय तक सोने से हमें शारीरिक फायदे तो मिलते ही हैं, दिमाग भी फ्रेश रहता है।
11.रात में इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स से दूर रहें
रात में इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स से दूर रहें: जी हां, हम मोबाइल फोन, टैबलेट, कंप्यूटर के सामने पूरी रात बिता देते हैं, यहां तक कि बिस्तर पर भी उंगलियां फोन से खेलती रहती हैं। इनसे बचने की जरूरत है।
12.पर्दे
यदि आपका बच्चा प्रश्नउत्तर याद कर लेता हैं लेकिन परीक्षा के में वह सब कुछ भूल जाता हैं तो उसके कमरे में हरे रंग के परदे लगायें. हरे रंग के पर्दे लगाने से जब वह पढाई करेगा तो उसे शांति मिलेगी तथा इसके साथ ही वह पढाई में अपना ध्यान पूरी तरह से केन्द्रित कर पायेगा और उसे याद भी अच्छी तरह से होगा.
13.महज 12 मिनट ध्यान करिए
सिर्फ 12 मिनट ध्यान लगाना आपके दिमाग को फोकस्ड रखेगा और मेमॉरी को तेज करेगा। तो ध्यान जरूर लगाएं।
14.मन लगाकर प्रैक्टिस करें
मन लगाकर प्रैक्टिस करें, बिना दिमाग चलाएं एक्सरजाइज करें: दोनों ही बातों में मूलभूत अंतर है। ध्यान रखेंगे, तो खुश रहेंगे। अगर पढ़ाई कर रहे हों, तो उसी पर ध्यान दें, अगर खेल रहे हों, तो सिर्फ खेल पर ध्यान दें। अगर मन बंटेगा नहीं, तो हर काम परफेक्ट तरीके से होगा।
15.भोजन की एकरूपता से बचें
अगर सिर्फ रोटी खाते हैं, तो चावल भी खाएं। सिर्फ चावल खाते हैं तो रोटी भी खाएं। क्योंकि दिमाग को चलाने के लिए कार्बोहाइड्रेड्स की जरूरत होती है। जो रोटी, चावल, पास्ता से मिलती है। ये कार्बोहाइड्रेड ब्लड शुगर को ट्रिगर करता है, जो शरीर और दिमाग के लिए जरूरी संतुलित एनर्जी पैदा करता है। ऐसे में भोजन की एकरूपता आपके लिए हानिकारक है।
16.ब्लडशुगर लेबल मेनटेन रखें
ये काम बेहद जरूरी हैं। कभी भी ठंडे न पड़ें, जुटे रहें। यूं भी ब्लड शुगर में थोड़ी सी गड़बड़ी शरीर को बड़ी छति पहुंचाता है, तो दिमाग भी धीरे धीरे कुंद पड़ जाता है। इसके लिए खाने पीने पर बराबर ध्यान दें।
17.एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स
बोर्ड एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स के अंदर अक्सर डर बैठा होता है. लेकिन इसमें स्कोर करना इतना कठिन भी नहीं है. थोड़ी प्लानिग और कुछ आसान तरीकों को जानकार न सिर्फ आपकी घबराहट दूर होगी बल्कि आप नंबरों के मामले में भी किसी से पीछे नहीं रहेंगे.
18.परीक्षा की तैयारी
परीक्षा की तैयारी के लिए teacher उनके अनुभव के आधार पर आने वाले प्रशनों की तैयारी करने केलिए कहते है।
परीक्षा के शुरू होने से पहले आप कितने तेज़ी से तैयारी करते है।
कितने दिन बचें है यह सोंचकर योजना करते है, यह हर एक की अपनी सोच-समझ, क्षमता पर निर्भर करता है।
जब आप परीक्षा से पहले के समय में rivision का काम करते है तो आपके दिमाग में यह doubt आता है कि बचे हुए समय का किस प्रकार से उपयोग किया जाये।
समय फ़टाफ़ट बीत रहा होता है, इसलिए यह जरुरी होता है कि rivision तीव्र गति से जितना ज्यादा संभव हो, हो जाये।
19.खुद को प्रेरित करें
पढ़ाई के प्रति इच्छा जागृत रखने और आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप खुद को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करते रहें । सफलता पाने के लिए Motivation का होना अत्यंत आवश्यक है, यह Motivation आप खुद अपने-आप पैदा कर सकते हैं ।
जरूरी नहीं है कि आपको हर दिन आपके पेरेंट्स, टीचर या कोई और पढ़ने के लिए कहे तभी आप पढ़ाई (Study) करेंगे । पढ़ने की तीव्र इच्छा या यूँ कहें कि पढ़ने के प्रति भूख आपको अपने अन्दर खुद जागृत करनी होगी ।
इसके लिए आपको सबसे पहले अपने अन्दर सीखने की आदत डालनी होगी, जब यह आदत (Habit) आपको पड़ जाएगी तो आप खुद ही पढ़ने के प्रति प्रेरित (Inspire) होंगे । यह प्रेरणा आपको नित्य नई चीजों को सीखने और समझने के प्रति उकसाएगा और आप निर्धारित लक्ष्य के पीछे दौड़ पड़ेंगे ।
20.तस्वीरे
आप बच्चों के कमरे को सजाने के लिए दौड़ते हुए घोड़ों का चित्र, उगते हुए सूरज का चित्र लगा सकते हैं. इसके साथ ही आप बच्चे के कमरे की दक्षिण दिशा में ट्रोफी और सर्टिफिकेट भी रख सकते हैं. बच्चों के कमरे में ऐसे चित्र न लगायें, जिसमें कोई हिंसा हो रही हो या वह दुःख दें. क्योंकि ऐसी तस्वीरों का बच्चों के दिमाग पर गलत प्रभाव पड़ता हैं.
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